Bonafide Certificate In Hindi – राज्यस्थान के साथ साथ भारत में अलग अलग विभागों में चाहे वह स्कूल, कॉलेज, बैंक आदि हो वहां पर प्रमाणिकता के मद्देनजर विभिन्न प्रकार के दस्तावेजों को मांग की जाती है। जो की विभागों को आप की सही जानकारी के लिए सुनिश्चित करने में सहायता प्रदान करते हैं। यह दस्तावेज निम्नलिखित होते हैं। जैसे जाति प्रमाण पत्र, पहचान पत्र, जन्म प्रमाण पत्र आदि इसी कड़ी में एक अन्य दस्तावेज की भी जरूरत पड़ती है। जिसका नाम है – Bonafide Certificate यानि की मूल निवास प्रमाण पत्र।
लेकिन इस प्रमाण पत्र की अधिकतर लोगों को पूर्ण जानकारी नहीं होती है। कि बोनाफाइड सर्टिफिकेट क्या है? बोनाफाइड सर्टिफिकेट का प्रयोग कैसे किया जाता है। व कहाँ कहाँ इसकी जरूरत पड़ती है। और यह कहाँ से और कैसे बनवाया जाता है। इस लेख के जरियेहम आप को बताएंगे की अगर आप राजस्थान के निवासी है। तो आप अपना बोनाफाइड सर्टिफिकेट कैसे बनवाया जा सकता है। व जिस से आप भी अपना मूल निवास प्रमाण पत्र आसानी से बनाव सकें।
Contents showBonafide Certificate को ही हिंदी में मूल निवास प्रमाण पत्र कहा जाता है। बोनाफाइड सर्टिफिकेट से अभिप्राय एक ऐसे सर्टिफिकेट से है। जिस के आधार पर विभिन्न विभाग इस बात की पुष्टि करते हैं। की संबंधित व्यक्ति ने किसी संस्थान से किसी एक अवधि के दौरान अध्यन्न किया है। यह एक तरीके से किसी स्थान की प्रमाणिकता को दर्शाता है। इस सर्टिफिकेट का प्रयोग किसी नौकरी के आवदेन करने या फिर किसी प्रशासनिक कार्यों के लिए आवदेनकर्ताओं के रूप में किया जाता है। यह किसी विद्यालय या महा विद्यालय द्वारा उन के संस्थान में पढ़ रहे छात्रों को दिया जाता है।
बोनाफाइड सर्टिफिकेट आप ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके से बनवा सकतें हैं। और राज्यस्थान में इस सर्टिफिकेट को लेकर आप दोनों तरिके से आवदेन कर सकते हैं।
Bonafide Certificate सटिफिकेट बनवाने के लिए आप को sso.rajasthan.gov.in पोर्टल के माध्यम से आवेदन करना होगा। यदि आपका अकाउंट sso.rajasthan.gov.in पोर्टल पर नहीं है। तो सबसे पहले आपको अपना अकाउंट sso.rajasthan.gov.in पोर्टल पर बनाना होगा।
यदि आप Bonafide Certificate Form Download करना चाहतें हैं। तो आप नीचे दी जा रही लिंक पर क्लीक करके सभी विभाग से संबंधित बोनाफाइड सर्टिफिकेट फॉर्म डाउनलोड कर सकतें हैं।
बोनाफाइड सर्टिफिकेट फॉर्म डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लीक करें।
इस के लिए आप को अपने जिले की तहसील में जाना होगा। जहां आप को मूल निवास प्रमाण पत्र से संबंधित फॉर्म मिल जायेगा। जिस पर आप को जानकारी भरने के उपरांत सरकारी टिकट भी चिपकनी होगी। यह टिकट भी आप को तहसील स्थित नोटरी में आसानी से मिल जाएगी। टिकट चिपकाने के बाद आप को मांगे गए सभी जरूरी दस्तावेजों को साथ में लगाना होगा। इस के बाद आप अपना फॉर्म और दस्तावेज तहसील में ही जमा करवा दें। इस के पश्चात आप कुछ ही दिन संबंधित अधिकारी के पास से आपना मूल निवास प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
1) दो पासपोर्ट साइज फोटो :- आप को अपने फॉर्म पर जहां जहां फोटो चिपकाने के बारे में कहा गया है। वहां अपनी लेटेस्ट फोटो को चिपकाएं।
2) राशन कार्ड या कोई दस साली का दस्तावेज :- इस के साथ ही आप को फॉर्म के साथ राशन कार्ड की कॉपी भी लगानी होगी। साथ ही आप किसी ऐसे एक वेरिफाइड कागज की कॉपी भी लगानी होगी। जिस पर विभाग की ओरिजिनल स्टंप लगा।ई गयी हो और उस कागज पर दर्शाया गया हो की आप पिछले दस सालों से एक ही स्थान पर रह रहे हैं।
3) शैक्षिक दस्तावेज :- आप को अपनी शिक्षा से जुड़ा कोई दस्तावेज भी साथ में अटैच करना होगा। वह दसवीं, बाहरवीं या स्नातक की शिक्षा का सर्टिफिकेट होना चाहिए।
4) जन्म प्रमाण पत्र :- मूल निवास प्रमाण पत्र के लिए आप को जन्म प्रमाण पत्र की भी कॉपी लगवानी होगी। जिस से यह सुनिश्चित किया जा सके की आप किस क्षेत्र में जन्मे है। व आप का मूल निवास प्रमाण पत्र कहाँ से बनवाया जा रहा है।
1) नौकरियों के आवदेन के लिए :- मूल निवास प्रमाण पत्र की सबसे ज्यादा जरूरत सरकारी नौकरियों के आवदेन करने के लिए पड़ता है। पर कुछ निजी नौकरियों के मालिक भी आप से इसके लिए पूछ सकते हैं।
2) छात्रवृति प्राप्त करने के लिए :- स्कुल या कॉलेजों में सरकार द्वारा दें जाने वाली सभी प्रकार की छात्रवृतियों में भी इस की जरूरत पड़ती है।
3) उच्च शिक्षा प्राप्त करते समय :- मूल निवास प्रमाण पत्र की आवश्यकता उन छात्राओं को भी पड़ती है। जो उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं।
दोस्तों, इस लेख के माध्यम से आप को मूल निवास प्रमाण पत्र (Bonafide Certificate ) से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को सांझा किया गया है। अगर आप को इस विषय पर अन्य किसी जानकारी या सवाल को पूछना चाहते हैं। तो आप हमे नीचे कमेंट बॉक्स में संदेश के जरिये पूछ सकते हैं। साथ ही आप को यह जानकारी पसंद आती है। तो आप इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ शेयर भी कर सकते हैं।। धन्यवाद।।
हिंदी मेरी मूल भाषा है और हिंदी लेखन में काफी रूचि है। लेखन कार्य से काफी लम्बे समय से जुड़े हैं। बच्चों क लिए कहानी लिखना ज्यादा पसंद है और काफी कहानी कई पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं।